प्रमुख भारतीय बंदरगाह : Important Ports in Indian History

अति प्राचीन काल में ही मनुष्य ने नाव बनाना सीख लिया था और इसका प्रयोग कर समुद्री यात्रा करना आरम्भ कर दिया था. इसकी यात्राओं का उद्देश्य मुख्यतः व्यापार ही होता था.  ये नावें जिन तटों से निकलती थीं उन तटों की आकृति ऐसी थी कि उन्हें आसानी से स्थिर जल में लगाया जा सके. ऐसे स्थानों को बंदरगाह कहा जाता था. सिन्धु घाटी सभ्यता से ही बंदरगाह बनने लगे थे जिसमें आज भी कुछ देखे जा सकते हैं. यह क्रम प्राचीन इतिहास के प्रत्येक कालखंड में चलता रहा.
आज हम आपको भारतीय इतिहास में वर्णित महत्त्वपूर्ण बंदरगाहों के नाम बताने वाले हैं. इस पोस्ट को पढ़ कर आप जान सकेंगे कि भारतीय इतिहास में वर्णित कौन-कौन से बंदरगाह थे, किस काल में चालू थे और कहाँ और किस राज्य में प्रयोग में थे.

LIST OF ANCIENT PORTS IN INDIAN HISTORY

बंदरगाहस्थलसमयविशेष
सुतकागेन डोर (Sutkagan Dor)बलूचिस्तानहड़प्पा सभ्यतायह दाश्क नदी के किनारे बंदरगाह नगर व हड़प्पा सभ्यता से परिचित था.
सोख्ता कोह (Sokhta Koh )बलूचिस्तानहड़प्पा सभ्यतायह शादी कोर नदी के मुहाने पर था.
बालाकोट (Balakot)बलूचिस्तानहड़प्पा सभ्यतायह सोनमियानी खाड़ी के पूर्व में विदार नदी के मुहाने पर था.
अल्लादिनोअरब सागरहड़प्पा सभ्यता---
लोथल (Lothal)गुजरातहड़प्पा सभ्यतायह हड़प्पा सभ्यता का प्रमुख बंदरगाह था जहाँ से फारस की मुद्रा, जहाज आकृति, टैरोकोटा पर व गोदीबाड़ा मिलता है.
कैन्नोर (Kannur)पश्चिमी तटसंगम---
तोंडीपश्चिमी तटसंगमयह आधुनिक पौन्नानी में स्थित था, यहाँ रोम से व्यापार होता था. यह चेरों का था.
मुजिरिस (Muziris Port)पश्चिमी तटसंगमयह अरब सागर और ग्रीस के मध्य व्यापार केंद्र था. यह चेरों का था.
कोट्टायम (kottayam port/नेस्लिडा)पश्चिमी तटसंगम---
कोर्कई (Korkai Port)पूर्वी तटसंगमयह ताम्रणि नदी पर स्थित पांड्यों की राजधानी बंदरगाह था.
पोडुका (अरिकामेडु/ArikameduPort)पांडिचेरी (पूर्वी तट)संगम---
पुहार (Puhar Port)पूर्वी तटसंगमइसे कावेरीपट्टम भी कहते हैं. यह चोलों का था.
शालियूर (Shaliyur Port)पूर्वी तटसंगमयह चोल बंदरगाह था
भृगुकच्छ (bhrigukachchha)भड़ौच (पश्चिमी तट)मौर्य व मौर्योत्तर काल---
ताम्रलिप्ति (Tamralipti port)तामलुक (पूर्वी तट)गुप्तकाल---
बारबेरीकमपश्चिमी तटमौर्योत्तरयह बंदरगाह सिंध के मुहाने पर था.
सोपारा (Sopara Port)पश्चिमी तटमौर्योत्तरPeriplus of the Erythraean Sea में वर्णित बंदरगाह
सेमिल्लापश्चिमी तटमौर्योत्तरPeriplus of the Erythraean Sea में वर्णित बंदरगाह
बाइजेंटियनपश्चिमी तटमौर्योत्तरPeriplus of the Erythraean Sea में वर्णित बंदरगाह
नेलसिंडापश्चिमी तटमौर्योत्तरPeriplus of the Erythraean Sea में वर्णित बंदरगाह
मसालियापश्चिमी तटमौर्योत्तरPeriplus of the Erythraean Sea में वर्णित बंदरगाह
पिटोड्रापूर्वी तटमौर्योत्तर---
देवलपश्चिमी तटगुप्तकाल---
खम्भातपश्चिमी तटगुप्तकाल---

No comments:

Garjiya Temple

प्रमुख भारतीय बंदरगाह : Important Ports in Indian History

अति प्राचीन काल में ही मनुष्य ने नाव बनाना सीख लिया था और इसका प्रयोग कर समुद्री यात्रा करना आरम्भ कर दिया था. इसकी यात्राओं का उद्देश्य म...